इस माया की दुनिया ने , किस माया में डाला है
माया की ही क्या मोह माया है ,
क्या होना है क्या करना है माया ने बताया है ,
माया के इस जाल से माया को ही निकाला है,
माया ने इस माया को किस मोड़ पर लाया है,
माया की इस दुनिया में , माया की ही माया है ,
सोचा क्या था माया ने माया की ही माया है,
भैंरो की समाधि में माया की माया है , हरि की तो निन्द्रा ही माया है,
माया के इस संसार में, कर्म माया की है ,
माया की इस लीला ने, हमें माया में लाया है ,
माया की इस दुनिया में, माया की ही छाया है ,
भास्कर की इस तेज़ में माया की ही माया है,
पयोधि की इस लहर में माया ही समाया है ,
मही की गोद में माया ही माया है.
जीवन के इस काल में काल की ही माया है,
माया की इस माया ने हमें माया में डाला है