Friday, February 18, 2022

"माया "


इस माया की दुनिया ने , किस माया में डाला है 
माया की ही क्या  मोह माया है ,
क्या होना है क्या करना है माया ने बताया है , 
माया के इस जाल से माया को ही निकाला  है, 
माया ने इस माया को किस मोड़ पर लाया है, 

माया की इस दुनिया में , माया की ही माया है ,
सोचा क्या था माया ने माया की ही माया है, 
भैंरो की समाधि में माया की माया है , हरि की तो निन्द्रा ही माया है,
माया के इस संसार में, कर्म माया की है , 
माया की इस लीला ने, हमें माया में लाया है , 

माया की इस दुनिया में, माया की ही छाया है ,
भास्कर की इस तेज़ में माया की ही माया है,
पयोधि की इस लहर में माया ही समाया है , 
मही की गोद में माया ही माया  है. 
जीवन के इस काल में काल की ही माया है, 
माया की इस माया ने हमें माया में डाला है 

"माया "

इस माया की दुनिया ने , किस माया में डाला है  माया की ही क्या  मोह माया है , क्या होना है क्या करना है माया ने बताया है ,  माया के इस जाल से ...